गाना/Titel: मेरे दुश्मन तू मेरी दोस्ती को तरसे (Mere Dushman Tu Meri Dosti Ko Tarse )
चित्रपट/Film आये दिन बहार के (Aaye Din Bahaar Ke ) 1966
संगीतकार/Music Director लक्ष्मीकांत प्यारे लाल (Lakshmikant Pyare lal)
गीतकार/Lyricist आनंद बक्शी (Aanand Bkashi)
गायक/Singer(S): मोहम्मद रफ़ी (Mohammad Rafi)
Rizwan Ahmed 19 -Nov-2020
मेरे दिल से ओ सितमगर तूने अच्छी दिललगी की है
के बन के दोस्त अपने दोस्तों से दुश्मनी की है
मेरे दुश्मन तू मेरी दोस्ती को तरसे
मेरे दुश्मन तू मेरी दोस्ती को तरसे
मुझे ग़म देने वाले तू ख़ुशी को तरसे
मेरे दुश्मन......
तू फूल बने पतझड़ का तुझ पे बहार ना आये कभी
मेरी ही तरह तू तरसे तुझको क़रार ना ए कभी तुझको क़रार ना आये कभी
जिए तू इस तरह के ज़िंदगी को तरसे मेरे दुश्मन तू मेरी दोस्ती को तरसे
मेरे दुश्मन......
इतना तो असर कर जाएँ मेरी वफ़ाएं ओ बेवफा
इक रोज़ तुझे याद आएं अपनी जफ़ाएं ओ बेवफा अपनी जफ़ाएं ओ बेवफा
पशेमां हो के रोये तू हंसी को तरसे मेरे दुश्मन तू मेरी दोस्ती को तरसे
मेरे दुश्मन......
तेरे गुलशन से ज्यादा वीरान को वीराना ना हो
इस दुनिया में कोई तेरा अपना तो किया बेगाना ना हो अपना तो किया बेगाना ना हो
किसी का प्यार किया तू बेरुखी को तरसे मेरे दुश्मन तू मेरी दोस्ती को तरसे
मुझे ग़म देने वाले तू ख़ुशी को तरसे
मेरे दुश्मन......
Mere dil se o sitamgar toone achchi dillagi ki hai
Ke ban ke dost apne doston se dushmani ki hai
Mere dushman tu meri dosti ko tarse
Mere dushman tu meri dosti ko tarse
Mujhe gham dene wale tu khushi ko tarse
Mere dushman.....
Tu phool bane patjhad ka tujh pe bahaar naa aaye kabhi
Meri hi tarah tu tarse tujhko qarar na aaye kabhi tujhko qarar naa aaye kabhi
Jiye tu is tarah se zindagi ko tarse mere dushman tu meri dosti ko tarse
Mere dushman.....
Itna to asar kar jaayen meri wafayen o bewafa
Ik roj tujhe yaad aayen apni jafayen o bewafa apni jafayen o bewafa
Paseman ho ke roye tu hansi ko tarse mere dushman tu meri dosti ko tarse
Mere dushman.....
Tere gulshan se jyada veeran koi veerana na ho
Is duniya mei koi tera apna to kiya begana na ho apna to kiya begana na ho
Kisi ka pyar kiya tu berukhi ko tarse mere dushman tu meri dosti ko tarse
Mujhe gham dene wale tu khushi ko tarse
Mere dushman.....
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