गाना/Titel: मैंने भी एक गीत लिखा है (Maine Bhi Ek Geet Likha Hai )
चित्रपट/Film हमारा खानदान (Hamara Khanadan)1988
संगीतकार/Music Director लक्ष्मीकान्त प्यारे लाल (Lkasmikant Pyare Lal)
गीतकार/Lyricist फ़ारुक़ क़ैसर (Farooq Qaisar)
गायक/Singer(S): शब्बीर कुमार (Shabbir Kumar)
Rizwan Ahmed 26 -Nov-2020
मैंने भी एक गीत लिखा है तेरी सूरत देख कर
मैंने भी एक गीत लिखा है तेरी सूरत देख कर
लिखना किया जी अर्ज किया है प्यार की मूरत देख कर
पल में है आफताब तू पल में है माहताब
ऐसा कमाल हुस्न का देखा नहीं जनाब
मैं भी शायर बन बैठा हूँ उसकी क़ुदरत देख कर
मैंने भी एक गीत लिखा है तेरी सूरत देख कर
तेरी तारीफ में कई पन्ने मैंने लिख लिख कर फाड़ डाले हैं
कैसे बाँधु इनको लफ़्ज़ों में तेरे अंदाज़ ही निराले हैं
तेरी आँखों को जाम किया लिखूं जाम में ये नशा नहीं होता
तुझको अल्लाह हसीं बनता क्यों और दुनिया में गर हसीं होता
फूलों को भी खिलना आया तेरी नज़ाकत देख कर
मैंने भी एक गीत लिखा है तेरी सूरत देख कर
लिखना किया जी अर्ज किया है प्यार की मूरत देख कर
गीत ग़ज़लों में इतनी बात कहाँ मैं तो तुझपे किताब लिखूंगा
लोग पढ़ते रहेंगे सदियों तक अनगिनत बेहिसाब लिखूंगा
मैं तेरे हुस्न का हूँ दीवाना तूने सिखला दी आशिक़ी मुझको
रंग बिरंगी हो गई दुनिया तेरी रंगत देख कर
मैंने भी एक गीत लिखा है तेरी सूरत देख कर
लिखना किया जी अर्ज किया है प्यार की मूरत देख कर
मैंने भी एक गीत लिखा है तेरी सूरत देख कर
0 Comments