Top Shayraon Ki Top 2 Line Shayari

 


Rizwan Ahmed 25-Oct-2020

उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो

जाने किस गली में ज़िंदगी की शाम हो जाए

basheer badr 

और भी दुख हैं ज़माने में मोहब्बत के सिवा

राहतें और भी हैं वस्ल की राहत के सिवा

faiz Ahmed Faiz 

रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए

फिर से मुझे छोड़ के जाने के लिए

Ahmed Faraz 

और क्या देखने को बाक़ी है

आप से दिल लगा के देख लिया

FAIZ AHMED FAIZ 

उस की याद आई है साँसो ज़रा आहिस्ता चलो

धड़कनों से भी इबादत में ख़लल पड़ता है

RAHAT INDAURI 

मोहब्बत में नहीं है फ़र्क़ जीने और मरने का

उसी को देख कर जीते हैं जिस काफ़िर पे दम निकले

MIRZA GHALIB 

कुछ तो मजबूरियाँ रही होंगी

यूँ कोई बेवफ़ा नहीं होता B

ASHEER BADR

होश वालों को ख़बर क्या बे-ख़ुदी क्या चीज़ है

इश्क़ कीजे फिर समझिए ज़िंदगी क्या चीज़ है

NIDA FAZLI

दोनों जहान तेरी मोहब्बत में हार के

वो जा रहा है कोई शब-ए-ग़म गुज़ार के

FAIZ AHMED FAIZ 

अज़ीज़ इतना ही रक्खो कि जी सँभल जाए

अब इस क़दर भी चाहो कि दम निकल जाए

UBAIDULLAH AALIM

इश्क़ नाज़ुक-मिज़ाज है बेहद

अक़्ल का बोझ उठा नहीं सकता

AKBAR ILAHABADI 

जी भर के देखा कुछ बात की

बड़ी आरज़ू थी मुलाक़ात की

Basheer Badr

इन्हीं पत्थरों पे चल कर अगर सको तो आओ

मिरे घर के रास्ते में कोई कहकशाँ नहीं है

Mustufa Zaidi

Post a Comment

0 Comments