Rizwan Ahmed 14-Oct-2020
वो मर्द बनो जिसे औरत चाहे
वो नहीं जिसे औरत चाहिए,
अजीब हाल है ज़िन्दगी का
अजनबी हाल पूछते हैं और
अपनों को खबर ही नहीं,
ऐसी ख़ुशी से बचो जो
दूसरों को दुःख देने से हासिल होती हो,
अच्छे इंसानो में एक खराबी होती है
वो हर किसी को ही अच्छा समझ लेते हैं,
ख्वाहिशों को बे लगाम मत छोड़िये बाग़ी हो जाएँ
तो हराम हलाल जायज़ नाजायज़ कुछ भी नहीं देखतीं,
पत्तों के गिरने का भी एक मौसम होता है
नज़रों से गिरने का कोई मौसम मगर नहीं होता,
यक़ीन करना सीखो शक
तो दुनिया करती है,
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