अलिवदा बाला
एसपी बालासुब्रमण्यम जिन्हें सलमान ख़ान की आवाज़ समझा जाता था
हिंदी फ़िल्में देखने वाले नई पीढ़ी के कुछ लोग हो सकता है दिग्गज गायक एसपी बालासुब्रामण्यम के नाम से वाकिफ़ हों, या कुछ न भी हों. पर सलमान सलमान ख़ान का नाम तो जानते ही हैं. जब सलमान ख़ान नए-नए फ़िल्मों में आए थे तो कई सालों तक एसपी बालासुब्रण्यम को सलमान ख़ान की आवाज़ समझा जाता था.
'मैंने प्यार किया' के गाने हों या 'साजन' या फिर 'हम आपके हैं कौन'- इन सब फ़िल्मों में सलमान को एसपी ने ही आवाज़ दी थी. ये बात भी अगर पुरानी लग रही हो तो कुछ साल पहले आई चेन्नई एक्प्रेस का टाइटल गाना एसपी बालासुब्रामण्यम ने ही गाया था.
80 के दशक से लेकर नई सदी की शुरुआत तक एसपी बालासुब्रामण्यम हिंदी फ़िल्मों में गाते रहे.
गाना था तेरे मेरे बीच में कैसा है ये बंधन अंजाना.
इसके बाद तो कई मशहूर गाने उन्होंने हिंदी में दिए- एकल और युगल दोनों. फ़िल्म सागर के गाने जैसे 'सच मेरे यार है' और 'ओ मारिया', मैंने प्यार के गाने जैसे 'दिल दीवाना', 'कबूतर जा जा', ...
आजा शाम होने आई' या मेरे रंग में रंगने वाली या फिर हम आपके हैं कौन के गाने जैसे 'दीदी तेरा देवर दीवाना, पहला पहला प्यार है हो. या फिर रोजा के सदाबहार गाने जैसे 'रोजा जानेमन'.
मोहम्मद रफ़ी के फ़ैन थे
सोनू निगम के साथ एक कार्यक्रम में उन्होंने बताया था, "मैं साइकिल से कॉलेज जाया करता था, रफ़ी का गाना होता था दीवाना हुआ मौसम. कई बार मैं रुक जाता था सुनते सुनते. जिस तरह वे झूम के बोलते थे. "
लेकिन एसपी बालासुब्रामण्यम की हस्ती और हुनर हिंदी फ़ि्ल्मों के दायरे से कहीं बड़ा है. इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वो 6 नेशनल अवॉर्ड जीत चुके हैं, वो भी चार अलग अलग भाषाओं में- हिंदी, तमिल, तेलुगु और कन्नड़.
कमल हासन, रजनीकांत, एमजीआर,से लेकर सलमान और शाहरुख़ तक पूरे भारत के सुपरस्टार्स के लिए एसपी बालासुब्रामण्यम गाना गाया है. अपनी आवाज़ से कमल हासन और रजनीकांत के फ़र्क को गीतों में जैसे वो लाते हैं, फ़ैन्स उस अदा के मुरीद रहे हैं.
अपने शुरुआती दिनों में एसपी बालासुब्रामण्यम एक छोटे से म्यूज़िकल ग्रुप का हिस्सा थे जिसमें इलयाराजा भी थे जो जगह जगह परफ़ॉरमेंस देते थे. तब तक एसपी बालासुब्रामण्यम और न इलयाराजा को कोई जानता था.
डबिंग कलाकार भी थे
इतना ही नहीं एसपी बालासुब्रामण्यम हरफ़नमौला कलाकार थे - वो कमाल के डबिंग आर्टिस्ट भी थे.
कमल हासन की ज़्यादातर तेलुगु फ़िल्मों में उन्होंने ही डबिंग की. फ़िल्म दशावतराम के तेलुगु वर्ज़न में कमल हासन के 10 किरदारों में से अधिकतर की डबिंग उन्होंने ही की थी.
डबिंग के लिए उन्हें दो बार नंदी पुरस्कार भी मिला. नंदी पुरस्कार तेलुगु सिनेमा, थिएटर और टीवी के लिए आंध्रप्रदेश सरकार का सर्वोच्च सम्मान है.
अनिल कपूर, गिरीश करनाड, मोहनलाल से लेकर रजनीकांत के लिए वो तमिल या तेलुगु में डबिंग करते रहे. करियर के शुरु से लेकर अब तक उन्होंने कई तमिल और तेलुगू फ़िल्मों में काम किया.
संगीत की दुनिया में वो गायिकी से तो मशहूर हैं ही, बतौर संगीत निर्देशक भी काफ़ी काम किया.
संगीत निर्देशन
1946 में जन्मे एसपी बालासुब्रमण्यम को शुरु से ही संगीत में दिलचस्पी थी और कई प्राइज़ भी जीते. संगीत में रूचि ज़रूर थी पर सपना इंजीनियर बनने का था. लेकिन उनकी मंज़िल संगीत की दुनिया में ही शायद तय थी.
1966 में तमिल फ़िल्म श्रीश्री मर्यादा रामन्ना में उन्होंने पहला गाना गाया. वहीं से तमिल और कन्नड़ में भी मौके मिलने लगे.
फ़िल्म 'मैंने प्यार किया' में सलमान ख़ान. इस फ़ील्म के गीत एसपी बालासुब्रमण्यम ने ही गाए थे. |
तमिलनाडु के उस समय के सुपरस्टार एमजीआर की फ़िल्म अड़मई पेन पर फ़िल्माए अपने गाने से वो काफ़ी मशहूर हो गए.
शास्त्रीय संगीत और पश्चिमी संगीत को लेकर बनी 1980 की तेलुगु फ़िल्म शंकराभरणम से उन्हें बहुत शोहरत मिली और नेशनल अवॉर्ड भी. जबकि उन्होंने शास्त्रीय संगीत की शिक्षा नहीं ली थी.
गिनीज़ रिकॉर्ड
तेलुगु में आई सागर संगमम, स्वाति मुथ्यम और रुद्रवीणा जैसी फ़िल्मों से उन्होंने अपनी गायकी को और निखारा और शास्त्रीय शैली में प्रयोग भी किया.
60 के दशक से गाते आ रहे एसपी बालासुब्रमण्यम 74 साल की उम्र तक सक्रिय बने रहे.
एसपी बालासुब्रामण्यम के बारे में ये मशहूर है कि उन्होंने एक दिन में 21 कन्नड़ गाने को आाज़ देकर रिकॉर्ड बनाया था.
और ये भी दावा किया जाता है कि सबसे ज़्यादा गाना गाने का गिनीज़ रिकॉर्ड ( करीब 40000) भी उनके नाम हैं. लेकिन ख़ुद एसपी बालासुब्रामण्यम ने 2016 में कहा था कि अब तो वो ख़ुद भी गिनती भूल चुके हैं.
Thanks ....
Rizwan Ahmed ..
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